2023, VOL. 9 ISSUE 3, PART A
Abstract:शैशवसà¥à¤¥à¤¾ मानव जीवन के पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठका समय माना गया है। यहीं से बालक या बालिका का बालà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहोती है। यह अवसà¥à¤¥à¤¾ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के शारीरिक à¤à¤‚व मानसिक à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ विकास के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ से बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। पोषणमान के आधार पर संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ आहार को इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पारिà¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ किया जा सकता है: इसमें पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨, काबोहाडà¥à¤°à¥‡à¤Ÿ à¤à¤µà¤‚ वसा की मातà¥à¤°à¤¾ पचास पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ जांतव पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ 1ः4ः1 के अनà¥à¤ªà¤¾à¤¤ में रहती है। संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ आहार में आहार के संपूरà¥à¤£ कैलोरीमान का लगà¤à¤— पचास पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• खादà¥à¤¯à¤ªà¤¦à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥‹à¤‚, जैसे - शाक-सबà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾à¤, फल, दही, सूखे मेवे, मांस, मछली, अंडा, दूध आदि से मिले तथा शेष खादà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤¨à¥‹à¤‚, आटा, दलहन, चीनी, शकà¥à¤•à¤°, तेल तथा घी आदि से। इसमें कैलà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤® तथा फासà¥à¤«à¥‹à¤°à¤¸ की मातà¥à¤°à¤¾ परसà¥à¤ªà¤° 1ः2 के अनà¥à¤ªà¤¾à¤¤ में रहना चाहिà¤à¥¤ संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ आहार में आहार के कà¥à¤² कैलोरीमान का बारह से चैदह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ तक वसा से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होना चाहिà¤à¥¤ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को आहारीय पदारà¥à¤¥ हमेशा बदल-बदल कर देना चाहिà¤, ताकि उसमें उस पदारà¥à¤¥ के लिठरà¥à¤šà¤¿ जागà¥à¤°à¤¤ हो।