International Journal of Home Science
2023, VOL. 9 ISSUE 2, PART C
मातृ मृतà¥à¤¯à¥ दर à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेवाओं की उपलबà¥à¤§à¤¤à¤¾ : à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ पटना शहर के संदरà¥à¤ में
Author(s): संचिता गौड़, डॉ० वंदना सिंह
Abstract:
गरà¥à¤à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और पà¥à¤°à¤¸à¤µ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ है जो महिलाओं को माठबनने का सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ आदरणीय सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है फिर à¤à¥€ यह देखा जाता है कि गरà¥à¤à¤§à¤¾à¤°à¤£ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¤µ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में कà¥à¤› ना कà¥à¤› महिलाओं की मृतà¥à¤¯à¥ हो जाती है। विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ आते-आते तक इस संबंध में अनेक शोध हो चà¥à¤•à¥‡ हैं। जिससे अनेक कारणों का पता चला है और कारणों का पता चलने पर उनके उपचार का उपाय à¤à¥€ किया गया। हालांकि इस दिशा में और शोध की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। मातृ मृतà¥à¤¯à¥ का सबसे पà¥à¤°à¤®à¥à¤– कारण जो गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में देखा जाता था। शिशॠका पà¥à¤°à¤œà¤¨à¤¨ मारà¥à¤— में अटक जाना। जिसे गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ की दाईयाठअपनी कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾ से उसे दूर करने की कोशिश करती थी जो नहीं हो पाता था इसलिठसिजेरियन आपरेशन, सी-सेकà¥à¤¶à¤¨ का अविषà¥à¤•à¤¾à¤° किया गया। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अगर पà¥à¤°à¤œà¤¨à¤¨ मारà¥à¤— संकीरà¥à¤£ हो या किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° रूकावट हो तो पेट के रासà¥à¤¤à¥‡ से चिड़ा लगाकर कà¥à¤¶à¤²à¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• संतान को निकाला जा सकता है। निशà¥à¤šà¤¯ रूप से यह à¤à¤• अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ ही जटिल पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है जो गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ में अथवा कम शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संà¤à¤µ नहीं है इसके लिठबहà¥à¤¤ कà¥à¤¶à¤² पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ की कमी के कारण आज à¤à¥€ मातृ मृतà¥à¤¯à¥ हो जाती है। मातृ मृतà¥à¤¯à¥ का à¤à¤• अनà¥à¤¯ कारण पोषण है, पोषण से मतलब है कà¥à¤› तो महिलाà¤à¤ जानकारी की कमी के कारण उचित पोषणयà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¥‹à¤œà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥ नहीं लेती है तो कà¥à¤› महिलाà¤à¤ à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ की पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¤¿ तथा गरीबी के कारण उचà¥à¤š कैलोरीयà¥à¤•à¥à¤¤ पदारà¥à¤¥ नहीं ले पाती है जिसकी वजह से वह कà¥à¤ªà¥‹à¤·à¤£ का शिकार हो जाती है, जिसका पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ उनपर और बचà¥à¤šà¥‡ पर à¤à¥€ पड़ता है। à¤à¤¨à¥€à¤®à¤¿à¤¯à¤¾ हो जाने के कारण पà¥à¤°à¤¸à¤µ के दौरान उनकी मृतà¥à¤¯à¥ हो जाती है। मातृ मृतà¥à¤¯à¥ को रोकने की दिशा में सबसे धà¥à¥à¤°à¤µà¥€à¤¯ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ है। पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ केनà¥à¤¦à¥à¤° या इसके शाखाओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤µ जाà¤à¤š करना तथा जाà¤à¤š के दौरान टिटनस का टीकाकरण, हेमोगà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤¿à¤¨ की जाà¤à¤š करके आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ अनà¥à¤¸à¤¾à¤° लौह गोलियाठविटामिन, कैलà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤® की गोलियाठपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करना। अनेक राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में अगर सरकारी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤à¤ अचà¥à¤›à¥€ है तो इसकी आपूरà¥à¤¤à¤¿ महिलाओं को हो जाती है। किनà¥à¤¤à¥ बिहार में अà¤à¥€ à¤à¥€ राजà¥à¤¯ सरकार की सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेवा इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की नहीं हो पाई है कि हर गरà¥à¤à¤µà¤¤à¥€ महिला तक इसकी पहà¥à¤à¤š हो इसके परिणामसà¥à¤µà¤°à¥‚प पà¥à¤°à¤¸à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤µ जाà¤à¤š à¤à¥€ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ नहीं हो पाता है और अनेक तरह की बीमारियाठपकड़ में नहीं आ पाती है इस वजह से माता तथा शिशॠदोनों की अथवा किसी à¤à¤• की मृतà¥à¤¯à¥ हो जाती है।
How to cite this article:
संचिता गौड़, डॉ० वंदना सिंह. मातृ मृतà¥à¤¯à¥ दर à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ सेवाओं की उपलबà¥à¤§à¤¤à¤¾ : à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ पटना शहर के संदरà¥à¤ में. Int J Home Sci 2023;9(2):149-153.