2022, VOL. 8 ISSUE 1, PART C
Abstract:तिलोनिया राजस्थान राज्य के अजमेर जिला के किशनगढ़ पंचायत समिति का एक प्रगृतिशील गांव है जिसे किसी पहचान की आवश्यकता नहीं है। यह गावं शिक्षा, आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए सभी दूरदराज के गांवों के लिए एक मिसाल बन गया है। जहां कईं सालों से अरूणा रॉय व उनके पति बंकर रॉय सामाजिक कार्य एवं अनुसंधान केन्द्र SWRC नामक स्वयं सेवी संगठन संचालित कर रहे है । तिलोनिया गैर-सरकारी संगठन बेयर फुट (नंगे पैर) कॉलेज का घर है। जिसकी स्थापना प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता बंकर रॉय ने की थी। बेयर फुट कॉलेज स्वैच्छिक शिक्षा, कौशल विकास स्वास्थ्य, पीने के पानी के क्षेत्र में काम कर रहा संगठन है। यह कॉलेज महिला सशक्तिकरण और मानव उत्थान के लिए ग्रामीण लोगों की सहायता में भागीदारी सुनिश्चित करता है। इसका लक्ष्य ग्रामीण लोगों को ऐसे कौशल सिखाना है जिसकी सहायता से वह अपना उत्थान कर सकें व गांव को बदल सकें। यह वयस्कों व बच्चों को विशेष रूप से पढ़ने, लिखने और लेखांकन का पाठ देता है।
अतः उपरोक्त अध्ययन का प्रमुख उद्देश्य वर्तमान परिस्थितियों में हो रहे बदलाव को सुनिश्चित करना है तिलोनिया की महिला कारीगरों को विभिन्न हस्तशिल्प कौशल सिखाये गए हैं जो पारम्परिक शैली के है। अरूणा रॉय के मार्गदर्शन में इसमें ब्लॉक प्रिन्ट जो नक्काशीदार लकड़ी से निर्मित है इसके द्वारा विभिन्न प्रकार की डिजाइन के वस्त्र तैयार किये जाते है जो अलग-अलग समय पर व स्थान पर प्रयुक्त किये जाते है। महिलाओं के विकास की जानकारी उनके द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के हस्तनिर्मित बैग, स्कार्फ, सजावटी सामान आदि से पता चलता है जिसमें अद्भुद बदलाव देखने को मिल रहा है। गरीब महिलाओं को सोलर इन्जिनियर बनाने के लिए पढ़ने या लिखने की आवश्यकता के बिना सोलर लैम्प और वाटर पम्प स्थापित करने, निर्माण और मरम्मत जैसे कौशल सिखाए जाते है। महिलाएँ रंग-कोडिट चार्ट का उपयोग करके तारों केे क्रमचय और संयोजन को याद रखना सिखाती है। वहीं स्थानीय ज्ञान को साझा करने के लिए कठपुतलियों का उपयोग किया जाता है।