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International Journal of Home Science

2019, VOL. 5 ISSUE 3, PART C

बाल श्रमिकों की कार्य और आवासीय स्थिति के कारण उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव

Author(s): गुंजन दुबे, कामिनी जैन, नीलमा कुँवर
Abstract:
बालश्रम का उपयोग बुरा नहीं है परन्तु जिन परिस्थितियों एवं जिन शर्तों पर इन्हें काम पर लगाया जाता है वह बुरा है। वेैसे तो बालश्रम के उपयोग से रोजगार बढ़ता है एवं रोजगार बढ़ने से राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है, किन्तु जब व्यक्तिगत लाभ की दृष्टि से बेचारे नन्हें मुन्नों का शोषण होने लगता है तो कोई भी इसे स्वीकार नहीं कर सकता। बच्चों के श्रम का उनके स्वास्थ्य से प्रत्यक्ष सम्बन्ध रहता है। जिस प्रकार का काम बच्चों से उद्योगों में लिया जाता है उनके स्वास्थ्य पर कुप्रभाव पड़ता है बच्चों के इस प्रकार के काम करने से परिवार के सामान्य जीवन में बाधा पहुँचती है तथा सामाजिक नियंत्रण टूटने लगता है जो वर्तमान सामाजिक व्यवस्था को बनाये रखने के लिए बहुत आवश्यक है। इसलिए मालिकों को चाहिए कि वह बच्चों से उनकी उम्र के हिसाब से कार्य लें और उसी दौरान पोैष्टिक भोजन दें तथा खाली समय में उनकी शिक्षा और प्रशिक्षण की व्यवस्था करें साथ ही आवासीय सुविधा भी दी जाये तो स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Pages: 136-137  |  1416 Views  206 Downloads


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How to cite this article:
गुंजन दुबे, कामिनी जैन, नीलमा कुँवर. बाल श्रमिकों की कार्य और आवासीय स्थिति के कारण उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव. Int J Home Sci 2019;5(3):136-137.

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