2022, VOL. 8 ISSUE 3, PART C
Abstract:मासिक धर्म की शुरूआत किशोरावस्था के दौरान लड़कियों में होने वाले महत्वपूर्ण शारीरिक परिवर्तन है। मासिक धर्म एक शारीरिक प्रक्रिया है। किशोरियों में मासिक धर्म से सम्बन्धित ज्ञान की कमी, नाकारात्मक दृष्टिकोण और स्वच्छता अभ्यास की कमी से बांझपन, मूत्र पथ के संक्रमण और प्रजनन प्रणाली की बिमारियाँ हो सकती है। किशोरियों में इसके प्रति जागरूकता महत्वपूर्ण है।
उद्देश्यः प्रस्तुत शोध के उद्देश्य किशोरियों के मासिक धर्म के प्रति ज्ञान, दृष्टिकोण एवं स्वच्छता अभ्यास को जानना है।
परिणामः प्राप्त आँकड़ों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि शोध विषय के किशोरियों में 73.5ः रजोदर्शन के पूर्व ही ज्ञान था और इसके बारे में सूचना का स्रोत सबसे अधिक माता थी। मासिक धर्म से सम्बन्धित ज्ञान की कमी पाई गई, दृष्टिकोण नाकारात्मक और स्वच्छता सम्बन्धी अभ्यास अच्छा पाया गया।
निष्कर्षः मासिक धर्म के प्रति ज्ञान की कमी, नाकारात्मक दृष्टिकोण एवं अस्वच्छता अभ्यास किशोरियों के लिए भावी जीवन एवं स्वस्थ के लिए समस्या उत्पन्न कर सकती है। इसलिए इसके प्रति जागरूकता लाने के लिए किशोरियों एवं उनकी माताओं को शिक्षित एवं जागरूक बनना जरूरी है। रूढ़ीवादी सामाजिक और सांस्कृति, अंधविश्वास मिथको पर चर्चा कर इसके प्रति साकारात्मक दृष्टिकोण लाया जा सकता है तथा स्वच्छता अभ्यास का पालन कर शारीरिक और मानसिक विकास को स्वस्थ रखा जा सकता है।