International Journal of Home Science
2022, VOL. 8 ISSUE 2, PART A
बालिका शिक्षा : उद्देश्य एवं महत्त्व
Author(s): प्रियंका कुमारी, डॉ. मंजू कुमारी सिन्हा
Abstract:
भारत एक पुरुष प्रधान देश है। भले ही हमारे देश को आजाद हुए 75 साल पुरा होनो को है। परंतु महिलाएँ आज भी पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं है, जिसकी वे अधिकारिणी हैं। सुनीता विलियम्स, कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में झंडे गाड़ दिये हों, परंतु महिलाओं को आज भी घर में वह स्थान प्राप्त नहीं है जो पुरुषों को अथवा लड़कों को प्राप्त है। आज भी कई घर-परिवार ऐसे हैं जहाँ लड़कों के जन्म पर घी के दिये जलाये जाते हैं परंतु लड़कियों के जन्म पर शोक मनाया जाता है। वे लड़कियों को पराया धन मानते हैं। इसलिए उन्हें शिक्षित करना आवश्यक नहीं - समझते हैं। इस पाठ में बालिका शिक्षा से जुड़े विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डालेंगे।
How to cite this article:
प्रियंका कुमारी, डॉ. मंजू कुमारी सिन्हा. बालिका शिक्षा : उद्देश्य एवं महत्त्व. Int J Home Sci 2022;8(2):16-19.