International Journal of Home Science
2021, VOL. 7 ISSUE 1, PART B
बुनकरों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का अध्ययन ओरमांझी प्रखण्ड के संदर्भ में
Author(s): रोक्साना बेगम, डाॅ. सीमा डे
Abstract:
झारखण्ड में विभिन्न प्रकार की जाति एवं धर्म के लोग निवास करते हैं जिनका कुछ व्यवसाय है जिसके कारण उनको कारीगर बुनकर (जुलाहा) लोहार, बढ़ई कहा जाता है उनकी समाज में आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति अच्छी नहीं है। प्रस्तुत शोध आलेख में बुनकरों की सामाजिक आर्थिक स्थिति को ज्ञात करने के लिए ओरमांझी प्रखण्ड के इरबा के चार गाँव को लिया गया है। अधिकतर लोग अशिक्षित एवं धार्मिक विचार के थे। कच्चे मकानों में रहते थे। आय के साधन कृषि, बुनकर, दर्जी, पशुपालन, वालपुट्टी आदि थे। उनके आमदनी का स्वरूप मासिक था। निम्न स्तर का जीवन यापन करते थे। परिवार नियोजन को प्राथमिकता नही देने के कारण उनके सदस्यो की संख्या अधिक थी।
How to cite this article:
रोक्साना बेगम, डाॅ. सीमा डे. बुनकरों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का अध्ययन ओरमांझी प्रखण्ड के संदर्भ में. Int J Home Sci 2021;7(1):78-81. DOI:
10.22271/23957476.2021.v7.i1b.1108