International Journal of Home Science
2021, VOL. 7 ISSUE 1, PART A
निम्न आय वर्गीय परिवारों का बजट एवं बचत पर पड़ने वाला प्रभाव
Author(s): प्रेरणा तिवारी, नीलमा कुँवर एवं तृप्ति सिंह
Abstract:
परिवार के संदर्भ में भी आय तथा व्यय का समान रूप से महत्व है। आय के रूप में धन अर्जित करने का मुख्य उद्देष्य भी अपनी आवष्यकताओं की पूर्ति के लिए व्यय का अधिकार प्राप्त करना ही है। पारिवारिक आवष्यकताओं की पूर्ति के लिए जिस धन को व्यय किया जाता है, उसे ही पारिवारिक व्यय कहा जाता है। आय के ही समान व्यय का भी निष्चित लेखा-जोखा रखने के लिए इसे एक निष्चित अवधि के संदर्भ में आँका जाता है। सामान्य रूप से परिवार के लिए मासिक अथवा वार्शिक अवधि में होने वाले व्यय को ही पारिवारिक व्यय के रूप में स्वीकार किया जाता है। व्यय वास्तव में आवष्यकताओं की पूर्ति का एक साधन है। आवष्यकतायें असंख्य हो सकती हैं। किन्तु सभी आवष्यकताओं की पूर्ति सम्भव नहीं है क्योंकि प्रत्येक आवष्यकता की पूर्ति के लिए कम या अधिक मात्रा में धन की आवष्यकता होती है, परन्तु धन एक सीमित साधन है। धन की उपलब्धता आय पर निर्भर करती है। अतः व्यय का निर्धारण आय के संदर्भ में ही होता है।
How to cite this article:
प्रेरणा तिवारी, नीलमा कुँवर एवं तृप्ति सिंह. निम्न आय वर्गीय परिवारों का बजट एवं बचत पर पड़ने वाला प्रभाव. Int J Home Sci 2021;7(1):04-06.