International Journal of Home Science
2025, VOL. 11 ISSUE 2, PART C
भारतीय अनौपचारिक क्षेत्र में महिलायें: प्रस्थिति एवं समस्याएं
Author(s): KM Neha and Rashmi Shrivastava
Abstract:
महिलाओं का योगदान भारतीय अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में अत्यंत महत्वपूर्ण है। अपनी आर्थिक उपयोगिता के बावजूद इस क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस शोधपत्र से ज्ञात होता है कि महिलाओं को समान कार्य के लिए पुरुषों की तुलना में कम वेतन मिलता है। यौन-शोषण और असुरक्षा की घटनाएं बढ़ रही हैं। लंबे समय तक कार्य और घरेलू बोझ के कारण उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण की अनुपलब्धता उन्हें कुशल कार्यबल बनने से रोकती हैं समाज में महिलाओं को द्वितीय दर्जे का माना जाता है, जिससे उनके आत्मविश्वास पर असर पड़ता है। इन प्रणालीगत चुनौतियों से निपटने के लिए अधिक लक्षित प्रयासों की आवश्यकता है, जिसके लिए न सिर्फ सरकार को बल्कि समाज एवं उद्योगों को सक्रिय प्रयास करने चाहिए।
How to cite this article:
KM Neha, Rashmi Shrivastava. भारतीय अनौपचारिक क्षेत्र में महिलायें: प्रस्थिति एवं समस्याएं. Int J Home Sci 2025;11(2):145-150.