2025, VOL. 11 ISSUE 1, PART F
गोपालगंज जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं में कुपोषण से जुड़ी समस्याओं का विश्लेषण
Author(s): Nitu Kumari and Shabnam Tiwari
Abstract:
ग्रामीण भारत में महिलाओं में कुपोषण एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, जो उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक प्रभाव डालती है। विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं और किशोरियों में कुपोषण से उनकी संपूर्ण स्वास्थ्य स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिससे रक्त की कमी (एनीमिया), हड्डियों की कमजोरी, रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट, और प्रसव जटिलताएँ उत्पन्न होती हैं। यह अध्ययन बिहार के गोपालगंज जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में कुपोषण की स्थिति, उसके कारणों और प्रभावों का विश्लेषण करता है। शोध में पाया गया कि गरीबी, अशिक्षा, असंतुलित आहार, सामाजिक असमानता और स्वास्थ्य सेवाओं की अनुपलब्धता कुपोषण के मुख्य कारण हैं। आर्थिक असमानता के कारण महिलाओं को संतुलित आहार नहीं मिल पाता, जबकि शिक्षा की कमी के कारण वे अपने पोषण और स्वास्थ्य की महत्ता को समझने में असमर्थ होती हैं। सरकारी योजनाओं की पहुँच सीमित होने से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आवश्यक पोषण संबंधी सहायता नहीं मिल पाती। इस अध्ययन में प्राथमिक और द्वितीयक आंकड़ों का उपयोग किया गया है, जिसमें क्षेत्रीय सर्वेक्षण और साक्षात्कार भी शामिल हैं। निष्कर्षों के आधार पर, सरकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने, पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाने, और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में सुधार लाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है, ताकि महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य और जीवन स्तर में सुधार किया जा सके।
How to cite this article:
Nitu Kumari, Shabnam Tiwari. गोपालगंज जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं में कुपोषण से जुड़ी समस्याओं का विश्लेषण. Int J Home Sci 2025;11(1):438-444.