International Journal of Home Science
2024, VOL. 10 ISSUE 2, PART C
पूर्व-बाल्यावस्था के बालक-बालिकाओं का पोषक तत्वों के अंतग्र्रहण के आधार पर तुलनात्मक अध्ययनः छपरा जिला के संदर्भ में
Author(s): डाॅ. रेनू कुमारी, रेणु कुमारी सिंह
Abstract:
ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक समय में भी संतुलित आहार का काफी अभाव है, परिणामस्वरूप अधिकांश बच्चे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए यह अति आवश्यक है कि उनको संतुलित आहार उपलब्ध हो, क्योंकि बाल्यावस्था के प्रारंभिक वर्षों में अल्प पोषण के फलस्वरूप बच्चों के विकास में गंभीर बाधाएँ आती है तथा यह प्रक्रिया जीवन की आगामी अवस्था में भी जारी रहती है। उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत अध्ययन किया गया है जिसमें 2-5 आयु वर्ग के 110 उत्तरदाता (58 बालकों तथा 52 बालिकाओं) का चुनाव दैव निर्दशन के माध्यम से किया गया, दोनों में पोषक तत्वों के अंतर्ग्रहण के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। अध्ययन में यह पाया गया है किलगभग सभी पोषक तत्वों का सेवन अधिकांश बालक/बालिकाओं के द्वारा आर0डी0ए0 से कम किया जा रहा था, जो कि काफी चिन्ताजनक स्थिति है। प्रोटीन, कैलोरी, कैल्शियम, तथा विटामिन-ए के सेवन के मामले में बालकों की स्थिति बालिकाओं की अपेक्षा अच्छी थी। अतः यह आवश्यक है कि ग्रामीण क्षेत्र के बालक-बालिकाओं के बीच लैंगिक असमानता को समाप्त करनें के लिए ठोस कदम उठानें की आवश्यकता है।
How to cite this article:
डाॅ. रेनू कुमारी, रेणु कुमारी सिंह. पूर्व-बाल्यावस्था के बालक-बालिकाओं का पोषक तत्वों के अंतग्र्रहण के आधार पर तुलनात्मक अध्ययनः छपरा जिला के संदर्भ में. Int J Home Sci 2024;10(2):183-186.