International Journal of Home Science
2022, VOL. 8 ISSUE 2, PART F
विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ à¤à¤µà¤‚ सिनेमा में दिखाठफैशन का किशोरियों में पड़ने वाला पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
Author(s): रजिया शाह, जयशà¥à¤°à¥€ बाथम
Abstract:
आज का सà¤à¥à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ मानव à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤•à¤µà¤¾à¤¦à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¤¿ से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ होकर जहाठसब सà¥à¤– à¤à¥‹à¤—ना चाहता है, वहीं वह पà¥à¤°à¤—तिशीलता à¤à¤µà¤‚ नयेपन को जिंदगी की फैशन परसà¥à¤¤à¥€ में ढालना उचित मानता है वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में तथाकथित यà¥à¤µà¤¾ वरà¥à¤— नितà¥à¤¯ नठफैशन की ओर आकृषà¥à¤Ÿ रहता है। सरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¥à¤® जो बात यà¥à¤µà¤¾ किशोर-किशोरियों को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करती है वह है उनका पहनावा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि किशोर-किशोरी अà¤à¥€ तक पूरà¥à¤£ रूप से यà¥à¤µà¤•-यà¥à¤µà¤¤à¥€ नहीं बने होते है, इसलिठउनका संवेदनशील मन बहà¥à¤¤ जलà¥à¤¦ कपड़ो जैसी वाहरी वसà¥à¤¤à¥à¤“ं से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हो जाता है फैशन को लेकर यà¥à¤µà¤¾ वरà¥à¤— में बड़ा कà¥à¤°à¥‡à¤œ है साथ ही खà¥à¤¦ के दिखाबे को सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ बनाने के लिठगंà¤à¥€à¤° à¤à¥€ है। समय बदलने के साथ फैशन टà¥à¤°à¥‡à¤‚ड पर नजर रखना और उसे अपनाने की होड़ में यह वरà¥à¤— सबसे आगे रहता है। किशोर अवसà¥à¤¥à¤¾ तनाव वा तूफ़ान की अवसà¥à¤¥à¤¾ है। किशोर ना तो बालक रहता ही ना ही वयसà¥à¤• वह खà¥à¤¦ नहीं समठपते की उनके जीवन में कà¥à¤¯à¤¾ हो रहा है। इनके लिठनई वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को ओर आकरà¥à¤·à¤£ आम बात है। यहाठयही बताया जा रहा है की किशोरावसà¥à¤¥à¤¾ में फैशन की ओर कितना अधिक आकरà¥à¤·à¤£ है।
How to cite this article:
रजिया शाह, जयशà¥à¤°à¥€ बाथम. विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ à¤à¤µà¤‚ सिनेमा में दिखाठफैशन का किशोरियों में पड़ने वाला पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ. Int J Home Sci 2022;8(2):357-360.