International Journal of Home Science
2021, VOL. 7 ISSUE 1, PART A
निमà¥à¤¨ आय वरà¥à¤—ीय परिवारों में धन के वà¥à¤¯à¤¯ का पारिवारिक जीवक चकà¥à¤° की अवसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
Author(s): पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ तिवारी, नीलमा कà¥à¤à¤µà¤° à¤à¤µà¤‚ तृपà¥à¤¤à¤¿ सिंह
Abstract:
सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ सà¤à¥€ परिवार कà¥à¤› विषिशà¥à¤Ÿ अवसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं में से होकर गà¥à¤œà¤°à¤¤à¥‡ हैं। इन अवसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं को संयà¥à¤•à¥à¤¤ रूप से पारिवारिक जीवन-चकà¥à¤° कहा जाता है। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• à¤à¤•à¤¾à¤•à¥€ परिवार à¤à¤• विवाहित यà¥à¤—ल से आरमà¥à¤ होता है फिर बचà¥à¤šà¥‡ होते हैं, उनके पालन-पोशण व षिकà¥à¤·à¤¾ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ करनी होती है। बचà¥à¤šà¥‡ बड़े होकर आतà¥à¤® निरà¥à¤à¤° हो जाते हैं। वे नौकरी अथवा वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ में लग जाते हैं तथा विवाहित होकर अनà¥à¤¯à¤¤à¥à¤° चले जाते हैं परिवार में फिर वही विवाहित यà¥à¤—ल रह जाता है, हालांकि अब वह वृदà¥à¤§ हो जाता है। परिवार की इनà¥à¤¹à¥€ अवसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं को पारिवारिक जीवन चकà¥à¤° कहा जाता है।
How to cite this article:
पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ तिवारी, नीलमा कà¥à¤à¤µà¤° à¤à¤µà¤‚ तृपà¥à¤¤à¤¿ सिंह. निमà¥à¤¨ आय वरà¥à¤—ीय परिवारों में धन के वà¥à¤¯à¤¯ का पारिवारिक जीवक चकà¥à¤° की अवसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ. Int J Home Sci 2021;7(1):01-03.