International Journal of Home Science
2020, VOL. 6 ISSUE 2, PART H
किशोरों के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ पर कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ माताओं के तनाव का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ
Author(s): नीरज सिंह à¤à¤µà¤‚ नीलमा कà¥à¤à¤µà¤°
Abstract:
तनाव मनोदशा से à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ होता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मनोदशा उचà¥à¤š संवेगों से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ à¤à¤• असà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ अवसà¥à¤¥à¤¾ है जो कà¥à¤› समय के बाद समापà¥à¤¤ हो जाती है यदि किशोर बà¥à¤°à¥€ मनोदशा में होता है तो वह घबराया व चिड़चिड़ा हो जाता है। लेकिन यह मनोदशा कà¥à¤› समय के बाद समापà¥à¤¤ हो जाती है। परनà¥à¤¤à¥ तनाव में à¤à¤¸à¤¾ नहीं होता। कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ मातायें घर और शहर के कामों के कारण तनाव में रहतीं हैं और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ पर गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ निकलता है जिससे बालक à¤à¥€ तनाव में आ जाता है।
How to cite this article:
नीरज सिंह à¤à¤µà¤‚ नीलमा कà¥à¤à¤µà¤°. किशोरों के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ पर कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ माताओं के तनाव का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ. Int J Home Sci 2020;6(2):458-459.