International Journal of Home Science
2020, VOL. 6 ISSUE 1, PART C
किशोरावस्था की समस्याओं के समाधान में श्रीमद्भगवद्गीता की भूमिका
Author(s): कविता सिंह, डाॅ. चारू व्यास
Abstract:
निष्कर्ष तौर पर यह कहा जा सकता है कि किषोरों के जीवन की जो समस्यायें है उनको भगवद्गीता के माध्यम से हल करने को एक मार्ग के रूप मे देखा जा सकता है। गीता को युवा अपने जीवन में उतार कर समस्त समस्याओं का हल आसानी से प्राप्त कर सकते है, तथा जीवन रूपी रणभूमि को आसानी से कर्मभूमि में परिवर्तित कर सकते है।
How to cite this article:
कविता सिंह, डाॅ. चारू व्यास. किशोरावस्था की समस्याओं के समाधान में श्रीमद्भगवद्गीता की भूमिका. Int J Home Sci 2020;6(1):156-158.