International Journal of Home Science
2018, VOL. 4 ISSUE 3, PART D
किशोर एवं किशोरियों में सामाजिक परिपक्वता एवं व्यवसायिक उपलब्धि अभिप्रेरणा का तुलनात्मक अध्ययन
Author(s): सीमा पाठक, नीलमा कुँवर
Abstract:
किशोरावस्था विकास की वह अवस्था है जिसमें सभी प्रकार के परिवर्तन परिपक्वता की ओर अग्रेसित होते हैं। वास्तव में यह अवस्था व्यक्ति के निर्माण की अवस्था होती है। बालक के प्रौढ़ जीवन की रूपरेखा इसी अवस्था में बनकर तैयार हो जाती है। इस अवस्था में सभी प्रकार के परिवर्तन अधिक वेग के कारण व्यक्तित्व का सारा स्वरूप ही एकदम नया फ्लेवर लेने लगता है। शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, नैतिक तथा अत्याधिक सभी दृष्टि से व्यक्ति किशोरावस्था में नयापन आ जाता है।
How to cite this article:
सीमा पाठक, नीलमा कुँवर. किशोर एवं किशोरियों में सामाजिक परिपक्वता एवं व्यवसायिक उपलब्धि अभिप्रेरणा का तुलनात्मक अध्ययन. Int J Home Sci 2018;4(3):211-212.