International Journal of Home Science
2016, VOL. 2 ISSUE 1, PART C
बालिका शिकà¥à¤·à¤¾ की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£
Author(s): डॉ. पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ पाल
Abstract:
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ बालिकाओं की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करना है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परिदृशà¥à¤¯ में बालिकाओं की शैकà¥à¤·à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का आंकलन करने की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से उन चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को समà¤à¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है जो किसी न किसी रूप में बालिकाओं की शिकà¥à¤·à¤¾ तथा उनके विकास को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ करते हैं। उकà¥à¤¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के अंतरà¥à¤—त बालिका शिकà¥à¤·à¤¾ की पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि का à¤à¥€ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ किया गया है ताकि इन परिवरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ समà¤à¤¾ जा सके जो कालांतर में हà¥à¤ हैं। अतः इस विषय अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करना अतà¥à¤¯à¤‚त ही कारगर सिदà¥à¤§ होगा।
How to cite this article:
डॉ. पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ पाल. बालिका शिकà¥à¤·à¤¾ की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£. Int J Home Sci 2016;2(1):186-188.