Contact: +91-9711224068
International Journal of Home Science
  • Printed Journal
  • Indexed Journal
  • Refereed Journal
  • Peer Reviewed Journal

Impact Factor: Impact Factor(RJIF): 5.3

International Journal of Home Science

2019, VOL. 5 ISSUE 1, PART C

कैथून कस्बे की बुनकर महिलाओं की सामाजिक दशा

Author(s): à¤¡à¤¾à¥…. दीपा स्वामी, प्रियंका नागर
Abstract:
कोटा जिले के कैथून विभाग जो कोटा डोरिया के लिए विख्यात है वहाँ बुनकरों द्वारा कोटा डोरिया बनाया जाता है। उनमें से कुछ महिलाऐं भी है जो इस क्षेत्र से जुड़ी हुई है। कैथून कस्बे की बुनकर महिलाओं का विश्लेषण उनकी दशा को प्रस्तुत करता है । समाज में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करता है। उनके अन्र्तमन में छिपी हुई पीड़ा उनके द्वारा उकेरी गई अद्भूत कला को उनकी ताकत बनाकर जीवन की कठिनाईयों का सामना करने में मदद करता है अतः उपरोक्त अध्ययन का प्रमुख उद्देश्य मौजूदा अध्ययन में बुनकर महिलाओं की सामाजिक दशा को वर्तमान एवं पूर्व स्थित के पक्ष में प्रस्तुत करना है। बुनकर महिलाओं की पूर्व व वर्तमान भागीदारी पारिवारिक परिवेश को सुनिश्चित करती है। प्रभावशील वातावरण उनके व उनके पारिवारिक सदस्यों की उन्नति में भागीदार होता है। उनके विकास से परिवार विकसित होता है, उनके मतो को एक दिशा प्रदान करता है। सही दिशा एवं मार्गदर्शन से अपने मुकाम को हासिल करने की राह मिल जाती है। अध्ययन का प्रमुख आधार अवलोकन एवं साकारात्मक साक्षात्कार पर तथ्य संग्रह एवं विश्लेषण करना है । बुनकर महिलाओं का विश्लेषण करने पर उनकी सामाजिक दशा में सकारात्मक प्रभाव नजर आए। उनके द्वारा किए गए कार्य से उनकी व पारिवारिक दशा में सुधार नजर आया। पूर्व में उनको अनेक प्रथाओं का सामना करना पड़ता था जिससे उन्हें मानसिक एवं शारीरिक पीड़ा होती थी परन्तु वर्तमान में वे साहस से समाज में अपना अस्तित्व बना पाई। आज के दौर में वह समाज के अनेक कार्यों में भागीदार हो रही है। उनमें अलग ही आत्म विश्वास देखने को मिलता है जिसके कारण वह स्वयं को सशक्त बना सकी। सशक्तिकरण के कारण वह अन्य महिलाओं को भी प्रोत्साहित कर रही है और उनके विकास में सहयोग दे रही है।
Pages: 161-164  |  228 Views  91 Downloads
How to cite this article:
डाॅ. दीपा स्वामी, प्रियंका नागर. कैथून कस्बे की बुनकर महिलाओं की सामाजिक दशा. Int J Home Sci 2019;5(1):161-164.

International Journal of Home Science
Call for book chapter